भारत में 16 करोड़ लोग शराब पीते हैं : सर्वेक्षण

भारत में 16 करोड़ लोग शराब पीते हैं : सर्वेक्षण

सेहतराग टीम

देश के गुजरात-बिहार जैसे राज्‍यों में पूर्ण शराब बंदी लागू होने के बावजूद देश में 10 से 75 साल के आयु वर्ग के 14.6 प्रतिशत यानी करीब 16 करोड़ लोग शराब पीते हैं। सरकार की ओर कराए गए एक सर्वे से ये सच्‍चाई सामने आई है। सर्वे के अनुसार छत्तीसगढ़, त्रिपुरा, पंजाब, अरूणाचल प्रदेश तथा गोवा में शराब का सर्वाधिक इस्तेमाल होता है।

सर्वेक्षण में यह भी पता चला है कि शराब के बाद देश भर में भांग और अन्य नशीले पदार्थों का सर्वाधिक इस्तेमाल होता है।

खास बात ये है कि शराब पीने की लत को एक बीमारी मानकर जब लोगों से पूछा गया कि क्‍या उन्‍हें इससे छुटकारा पाने के लिए किसी तरह का उपचार मिला तो आश्‍चर्यजनक रूप से 38 में से सिर्फ एक व्‍यक्ति ने सकारात्‍मक जवाब दिया। यानी कि 38 में से 37 लोगों को इस लत से बाहर लाने के लिए देश में किसी तरह का कोई उपचार उपलब्‍ध नहीं कराया गया। और भी बुरी स्थिति ये है कि इस लत से ग्रस्‍त प्रति 180 में से सिर्फ 1 व्‍यक्ति को इसके इलाज के लिए अस्‍पताल में भर्ती कराया गया।

केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय ने अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान के साथ मिलकर यह सर्वेक्षण किया। यह सर्वेक्षण सभी 36 राज्यों और संघ शासित प्रदेशों में किया गया।

सर्वे के तहत राष्ट्रीय स्तर पर 186 जिलों के 2,00,111 घरों से संपर्क किया गया और चार लाख 73 हजार 569 लोगों से इस बारे में बातचीत की गई। पिछले 12 महीनों में लगभग 2.8 फीसदी (लगभग तीन करोड एक लाख) लोगों ने भांग या उसके अन्य उत्पादों का इस्तेमाल किया।

राष्ट्रीय स्तर पर जिन अन्य नशीले पदार्थों का इस्तेमाल होता है उसमें सबसे अधिक 1.14 फीसदी लोग हेरोइन का इस्तेमाल करते हैं। इसके बाद एक प्रतिशत से कुछ कम लोग नशीली दवाइयों का सेवन करते हैं जबकि आधा फीसदी से कुछ अधिक लोग अफीम खाते हैं।

सर्वेक्षण यह भी पुष्टि करता है कि भारत में महिलाएं भी नशीले पदार्थों का इस्तेमाल करती हैं। हालांकि समस्या की भयावहता पुरुषों की तुलना में महिलाओं में बहुत कम है। रिपोर्ट में कहा गया है कि बच्चे और किशोर चिंता का एक और जनसंख्या समूह है, जिसमें नशीले पदार्थों का उपयोग किया गया है।

सर्वेक्षण के प्रधान अनुसंधानकर्ता डॉ. अतुल आम्बेकर के अनुसार ‘राष्ट्रीय स्तर पर शराब पीने वाले लोगों में से 7.7 फीसदी लोगों ने शराब का इस्तेमाल छोड़ने की कोशिश की। इनमें से केवल एक चौथाई को किसी तरह के उपचार मिलने की सूचना मिली। शराब पीने वाले 38 लोगों में से एक केवल एक व्यक्ति को किसी प्रकार का उपचार मिला है जबकि 180 में से एक को उपचार मिला है अथवा अस्पताल में भर्ती कराया गया है।’ 

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